पानी रोकने से घबराया पाक, अब कर रहा सौहार्दपू्र्ण तरीके से मुद्दे सुलाझाने की बात

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

जकारिया ने कहा कि पाकिस्तान भारत को सभी लंबित मुद्दों के समाधान के लिए बातचीत करने का निमंत्रण दे रहा है।

जकारिया ने भारत पर संयुक्त राष्ट्र के घोषणा पत्र के लगातार उल्लंघन करने का आरोप लगाया और कहा कि एक देश जो अंतरराष्‍ट्रीय कानून को नहीं मानता उसे परमाणु आपूर्ति समूह (एनएसजी) की सदस्यता नहीं दी जानी चाहिए।

इसे भी पढ़िए :  भारत के किसी भी हमले का जवाब देने के लिए पाकिस्तान पूरी तरह से तैयार: पाक सेना प्रमुख

आईडब्ल्यूटी पर 1960 में हस्ताक्षर हुए थे. इसमें पूर्वी क्षेत्र की तीन नदियों रावी, ब्यास और सतलुज भारत को, जबकि तीन पश्चिमी नदियों सिंधु, झेलम और चेनाब का 80 प्रतिशत जल पाकिस्तान को आवंटित किया गया था।

इसे भी पढ़िए :  इंजमाम ने कहा, भारत से नंबर एक स्थान दोबारा छीन लेगा पाकिस्तान

भारत ने हाल में कहा कि वह सिंधु नदी के 20 प्रतिशत जल का पूरी तरह से इस्तेमाल करेगा और जो प्रस्तावित जल विद्युत परियोजनाएं हैं, उनसे समझौते का उल्लंघन नहीं होगा। पाकिस्तान ने भारत के दावे पर सवाल उठाया और विश्व बैंक के हस्तक्षेप की मांग की है।

इसे भी पढ़िए :  पाकिस्तान में एक स्कूल ग्रुप ने पंजाबी भाषा को ‘खराब’ बताकर बैन किया

जकरिया ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच कलह का मुख्य मुद्दा कश्मीर है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसे सुलझाने में भूमिका निभाने का आग्रह किया।

2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse