दिल्ली: पाकिस्तान ने एक बार फिर शांति का राग अलापा है। यह अलाप इसलिए निकला है क्योंकि भारत ने अब पाकिस्तान के ऊपर पानी रोकने की नीति को लागू करना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि वह सिंधु जल समझौते सहित भारत के साथ लंबित सभी मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाना चाहता है, क्योंकि जब तक कश्मीर मुद्दा का समाधान नहीं हो जाता, तब तक इस क्षेत्र में शांति नहीं आ सकती। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता नफीस जकरिया की साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग के हवाले से रेडियो पाकिस्तान ने कहा कि सरकार दोनों देशों के बीच हुए जल साझीदारी करार की रूपरेखा के तहत भारत की गतिविधियों का आकलन कर रहा है।
जकरिया ने कहा कि समझौता एकतरफा करार का अंत करने की इजाजत नहीं देता है। पाकिस्तान हालात पर नजर रखे हुए है और किसी तरह का उल्लंघन होने पर अपनी रणनीति पर अमल करेगा।
सरकारी रेडियो ने जकरिया के हवाले से कहा है, “समझौते के लागू कराने के बारे में विवाद को सुलझाने के लिए पंचाट की व्यवस्था है और आईडब्ल्यूटी से जुड़े बहुत सारे विवाद पहले सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाए जा चुके हैं।” उन्होंने कहा, “पाकिस्तान शांतिपूर्ण पड़ोसी की नीति पर अनुसरण कर रहा है।”
































































