दिल्ली: गुजरात में एक के बाद एक आंदोलन हो रहा है। पहले आरक्षण के लिए पटेल आंदोलन फिर नोटबंदी और भूमि अधिग्रहण कानून से परेशान किसानों ने ‘किसान वेदना यात्रा’ निकाला और अब बेरोजगारों के बेरोजगार यात्रा ने राज्य सरकार के लिए काफी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। इस यात्रा को आरक्षण आंदोलन करने वाले युवा नेताओं का समर्थन हासिल है। इनमें अल्पेश ठाकोर, जिग्नेश मेवानी और हार्दिक पटेल के करीबी वरुण पटेल जैसे नेता शामिल हैं।
आपको हम बता दें कि गुजरात की राजधानी गांधीनगर में 10 से 13 जनवरी के बीच वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन का आयोजन होना है ऐसे में इस आयोजने से ठीक पहले छह जनवरी को बहुचराजी से अहमदाबाद तक बेरोजगार यात्रा आयोजित की गई है। इस यात्रा को ‘गुजरातियों को रोजगार नहीं तो वाइब्रेंट नहीं’ का नारा दिया गया है। अब तक ये सभी युवा नेता अपनी मांगों के लिए गुजरात के अलग-अलग इलाकों में आंदोलन कर रहे थे, लेकिन इनके एक मंच पर आने से सरकार की दिक्कतें बढ़ सकती हैं।