गोमांस पर बैन की मांग करना सूफी को पड़ा महंगा, भाई ने दरगाह के दीवान पद से हटाया

0
दीवान
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse

अजमेर दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन के बयान ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सूफी जैनुल के भाई अलाउद्दीन आलिमी ने उन्हें दरगाह के दीवान पद से हटाने का ऐलान किया है। अलाउद्दीन ने खुद को हजरत मोईनुद्दीन चिश्ती दरगाह का दीवान घोषित कर दिया। अलाउद्दीन ने सूफी जैनुल आबेदीन के बीफ पर दिए बयान के एक दिन बाद ये ऐलान किया। सूफी जैनुल ने ट्रिपल तलाक को भी इस्लाम विरोधी करार दिया था।

इसे भी पढ़िए :  PM मोदी ने गौरक्षकों का किया अपमान: VHP

अजमेर दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन ने गोहत्या पर प्रतिबंध की मांग की थी। सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने कहा था- इससे दो समुदायों के बीच नफरत पनप रही है। ऐसे में देश में शांति के लिए सरकार इस पर पूरे तरीके से बैन लगाए। उन्होंने मुसलमानों से भी गोमांस न खाने की अपील थी।

इसे भी पढ़िए :  सेक्स सीडी कांड में फंसे संदीप के बचाव में आए आशुषोत, दिया गांधी, नेहरू और वाजपेयी का उदाहरण

दरगाह दीवान सैयद जैनुल आबेदीन ने एक बड़ा ऐलान किया था। उन्होंने खुद गोमांस का सेवन न करने की घोषणा की। उन्होंने कहा था- मैं और मेरा परिवार गोमांस का सेवन त्यागने की घोषणा करता हूं।

इसे भी पढ़िए :  पाकिस्तान में भारतीय सूफियों को समझा गया रॉ का जासूस, इसिलिए किया गया गिरफ़्तार
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse