अखिलेश ने केन्द्र पर साधा निशाना, नोटबंदी सरकार की तरफ से पैदा की हुई आपदा है

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उत्तर प्रदेश
फाइल फोटो

पीएम मोदी द्वारा 500 और हजार के नोट बंद के फैसले की आलोचना करते हुए उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि नोटबंदी से किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, क्योंकि ये समय बुआई का है। इस समय किसान को खाद खरीदनी होती हैं और साथ ही रोजमर्रा की चीजें भी। सरकार के इस फैसले के बाद उनके सामने बहुत बड़ा संकट आ खड़ा हुआ है।

सीएम ने आगे कहा किसानों को 500 और 1000 रुपये के नोट इस्तेमाल करने की छूट देनी चाहिए। अखिलेश ने आगे कहा कि किसान अपने फसल की बुवाई को लेकर तैयार थे, लेकिन सरकार ने जान-बूझ कर यह फैसला लिया और किसानों को संकट में डाल दिया। अगर सरकार यह नहीं कर पा रही है तो कम से कम कॉपरेटिव बैंक की मदद करनी चाहिए, क्योंकि किसानों का सीधा संबंध कॉपरेटिव बैंकों से है।

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आज तक की खबर के मुताबिक, अखिलेश ने केंद्र पर हमला करते हुए कहा, किसान परेशानी में है, ये प्राकृतिक आपदा नहीं है, बल्कि केंद्र सरकार की तरफ से पैदा की गई आपदा है। अखिलेश ने कहा कि ओला वृष्टि से किसानों का जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई उत्तर प्रदेश सरकार ने जैसे-तैसे की। लेकिन केंद्र की तरफ से जो मुआवजा मिलना चाहिए था वो नहीं मिला। जिसके चलते उत्तर प्रदेश सरकार को अपने बजट में से किसानों की मदद करनी पड़ी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने अपने सप्लिमेंट्री बजट में भी किसानों के ओला वृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए राशि की व्यवस्था की है।

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किसानों के लिए गए उत्तर प्रदेश सरकार के एक अहम फैसले का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि राज्य सरकार ने गन्नें का दाम बढ़ाकर 25 रुपये कर दिए है और पहले जहां दो किस्तों में भुगतान किया जाता था, वहीं इस बार एक बार में भुगतान किया जाएगा।

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