श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में मंगलवार की शाम से देर रात तक एक के बाद एक 6 आतंकी हमले हुए। कश्मीर में अलग-अलग जगहों पर सीआरपीएफ, पुलिस और सेना के ठिकानों को निशाना बनाया गया। इन आतंकी वारदातों के पीछे जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने की बात सामने आ रही है। इस बीच बुधवार को भी नौशेरा क्षेत्र में पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग की खबरें आ रही हैं।बता दें कि रमजान के महीने में आतंकी घटना की आशंका सुरक्षा बलों को पहले से ही थी। वहीं, 29 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा को लेकर भी सुरक्षा बल सतर्क हैं। प्रदेश के डीजीपी एसपी वैद्य ने कहा कि घाटी में हिजबुल मुजाहिदीन का व्यापक प्रभाव है। सोमवार को हुए सीरियल हंमलों में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है।
डीजीपी ने कहा कि इंटेलिजेस सूत्रों से हमें यह जानकारी मिली है। डीजीपी वैद्य ने यह भी कहा कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा के इंतजाम और पुख्ता कर दिए गए हैं। बता दें कि मंगलवार को हुए ताबड़तोड़ हमलों में हाई कोर्ट के पूर्व जज मुजफ्फर हुसैन के सुरक्षा गार्ड को गोली मार दी। इन हमलों में 12 सैनिक घायल हुए हैं, वहीं कश्मीर घाटी में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
Hizbul Mujahideen has larger presence but yesterday's incidents were carried out by Jaish-e-Mohammed as per our intelligence reports-J&K DGP pic.twitter.com/mpFBsn5FvJ
— ANI (@ANI_news) June 14, 2017
बता दें कि 29 जून से 40 दिन की अमरनाथ यात्रा शुरू हो रही है। खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि शुक्रवार को रमजान के 17वें रोज़े के दिन आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। अमरनाथ यात्रा को लेकर डीजीपी वैद्य ने कहा, ‘यात्रियों की सुरक्षा के लिए हमने सभी