वरिष्ठ पत्रकार और टीवी एंकर अरनब गोस्वामी ने बेंगलुरु महिला उत्पीड़न पर भारतीय मीडिया के रवैये पर सवाल खड़ा किया है। अरनब गोस्वामी ने कहा कि “भारतीय पत्रकारिता के मठाधीश” बेंगलुरु में हुए महिला उत्पीड़न पर चुप्पी साधे हुए हैं और उत्तर प्रदेश की पारिवारिक कलह फोकस हैं। अरनब ने कहा कि भारतीय मीडिया सही और गलत के बीच फर्क भूल चुका है। अरनब ने दिल्ली स्थित पत्रकारों पर निशाना साधते हुए कहा, “वो इतने समझौतावादी हो चुके हैं, सत्ता से इतने मिल चुके हैं कि उन्हें जनता के प्रतिनिधित्व का अधिकार नहीं है।” अरनब रविवार (आठ जनवरी) को बेंगलुरु में आयोजित कार्यक्रम “अंडर 25 सम्मिट” में युवाओं को संबोधित कर रहे थे। अरनब ने अपने भाषण के वीडियो का लिंक ट्विटर पर शेयर किया है।
अरनब ने कहा, “लुटियंस दिल्ली में 10 सालों में रहने के दौरान मैं पत्रकारिता के खूबसूरत पेशे के पतन और लगभग खात्मे का गवाह रहा। हम और आप मिलकर भारतीय पत्रकारिता को लुटियंस दिल्ली के असर से बचाएंगे।” अरनब ने युवाओं से अपील की कि पत्रकारिता को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से बाहर पुणे, गुवाहाटी, बेंगलुरु, मुंबई कहीं भी ले जाएं। अरनब गोस्वामी ने टाइम्स नाउ चैनल से इस्तीफा देने के बाद रिपब्लिक नाम का नया चैनल लाने की घोषणा की है। गोस्वामी रिपब्लिक का ट्विटर और फेसबुक अकाउंट सार्वजनिक कर चुके हैं। ट्विटर पर रिपब्लिक के अकाउंट से किए गए ट्वीट में इस चैनल नहीं “क्रांति” बताया जा रहा है।