नई दिल्ली। नोटबंदी के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में जारी गतिरोध के बीच वित्त मंत्री अरूण जेटली ने बुधवार(7 दिसंबर) को नोटबंदी के फैसले को मील का पत्थर बताते हुए कहा कि नोटबंदी के फैसले के भविष्य में अच्छे नतीजे आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है कि यह कठिन फैसला भविष्य में मील का पत्थर साबित होगा।
वहीं संसद में विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि वह(विपक्ष) ईमानदारी से बताए कि वह नोटबंदी पर चर्चा चाहता है या नहीं। इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष से कहा कि वह चर्चा के लिए अनुचित या असंभव शर्ते नहीं रखे।
जेटली ने कहा कि सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है और वह चर्चा के लिए तैयार है और प्रधानमंत्री चर्चा में हस्तक्षेप करेंगे। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण विषय है और इस पर चर्चा पूरी होनी चाहिए, लेकिन सारा विपक्ष किसी न किसी बहाने चर्चा को रोकने का प्रयास करता है।
जेटली ने कहा कि अगर विपक्ष चर्चा चाहता है तो वह ईमानदारी से बताए और वह चर्चा के लिए अनुचित तथा असंभव शर्ते नहीं रखे। उन्होंने कहा कि अब विपक्ष ने ऐसी शर्ते रखनी शुरू कर दी हैं जो सदन में कभी नहीं रखी गयीं।