नई दिल्ली। बुधवार(7 दिसंबर) को अचानक बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी की राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई कि क्या अब मांझी भाजपा छोड़ लालू यादव का दामन थामेंगे?
इस पर सफाई देते हुए हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बुधवार(7 दिसंबर) को कहा कि राजद प्रमुख से मांझी की मुलाकात का मुख्य उद्देश्य उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हासिल करनी थी।
दानिश ने कहा कि मुलाकात के दौरान दोनों राजनेताओं के बीच राज्य के वर्तमान राजनीतिक हालात पर भी चर्चा हुई, लेकिन उन्होंने लालू और मांझी के बीच क्या बातचीत हुई इसका खुलासा करने से इंकार कर दिया।
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मतभेद के बाद जदयू छोड हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा नामक एक नई पार्टी बनाने वाले मांझी राजद शासन काल के दौरान मांझी मंत्री भी रह चुके हैं।