कश्मीर में कुदरत का कहर: हिमस्खलन की चपेट में आए दो जवान शहीद, एक की तलाश जारी

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कश्मीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

इन दिनों कश्मीर में कुदरत का कहर देखने को मिल रहा है। 2004 के बाद 13 साल बाद घाटी में भारी बर्फबारी हुई और जमकर बारिश भी हुई..जिससे कश्मीर में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। गलियां, सड़कें, अस्पताल और सरकारी दफ्तर सब जगह सिर्फ पानी ही पानी नज़र आ रही है। ऐसे में लोगों की जान बचाने का जिम्मा सेना के जांबाज जवानों ने अपने कंधों पर ले लिया है। लेकिन कुदरत के कहर के आगे जवानों के बुलंद हौसले भी छोटे पड़ गए।

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दरअसल खबर है कि कारगिल में एलओसी के साथ सटे बटालिक सेक्टर में गुरुवार को हुए हिमस्खलन में भारतीय सेना की एक पोस्ट बर्फ में धंस गई, जिसमें 5 जवानों के बर्फ में दबने की खबर सामने आ रही थी। लेकिन अब जाता खबर आ रही है कि बर्फ में दबे दो जवानों को बचा लिया गया है। जबकि दो सैनिकों शहीद हो गए हैं, वहीं  एक अन्य सैनिक की तलाश जारी है।

भारतीय सेना के उधमपुर मुख्यालय के नॉर्दर्न कमांड ने बताया कि अभूतपूर्व हिमपात के कारण हिमस्खलन की कई घटनाएं हुईं, जिसमें बटालिक सेक्टर में स्थित एक सैन्य पोस्ट मलबे के नीचे दब गया। मलबे में दबे पांच जवानों में से दो को सुरक्षित निकाल लिया गया है। चल रहे बचाव अभियान के तहत उधर, अप्रैल महीने में हो रही बर्फबारी से राज्य में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं, कई इलाकों में हाईअलर्ट घोषित किया गया है।

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सीमा से व्यापार भी फिलहाल बंद कर दिया गया है, जानकार बताते हैं कि 10 साल बाद कश्मीर में इस मौसम में भारी बर्फबारी हो रही है। श्रीनगर सहित पूरी घाटी में भारी बर्फबारी के कारण स्कूल, कॉलेज सहित जम्मू-नेशनल राजमार्ग को रविवार तक बंद कर दिया गया, रविवार तक मौसम में सुधार की उम्मीद की जा रही है।

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देर शाम तक दो जवानों को बाहर निकालकर इलाज के लिए पास के सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया, लगातार हिमपात के कारण राहत कार्य में मुश्किल आ रही है।