नोटबंदी की चर्चा हर तरफ हो रही है, चाहे वो सड़क हो, संसद हो या न्यूज चैनल। इस मुद्दे पर हर कोई अपना पक्ष रख रहा है। इसी मुद्दे पर चर्चा करते हुए मोदी सरकार की बीजेपी नेता निर्मला सीतारमन ने गुरुवार को एक टीवी डिबेट में जेएनयू के छात्र को करारा जवाब दिया। भारत की वाणिज्य और उद्योग तथा वित्त व कारपोरेट मामलों की राज्य मंत्री सीतारमन निजी समाचार चैनल एनडीटीवी के एक शो में नोटबंदी पर चर्चा कर रही थी।
कार्यक्रम के दौरान जेएनयू के एक छात्र ने सीतारमन से पूछा कि क्या सरकार जिन सब्जीवालों, रेहड़ीवालों और दूधवालों के पास बैंक खाते नहीं हैं या जो पेटीएम नहीं करते उन्हें बैंकिंग सिस्टम में शामिल न होने के लिए सजा दे रही है? छात्र ने सीतारमन से ये भी पूछा कि 500 और 1000 के नोटबंदी के बाद 2000 के नए नोट पहले लाना गलत नहीं था?
सीतारमन ने छात्र के सवाल का जवाब देना शुरू किया तो वो उनकी बात को बार-बार काटने लगा। सीतारमन ने छात्र से कहा कि बहुत सारे सांसद वंचित वर्ग से आते हैं। केंद्रीय मंत्री इसके आगे बोल पातीं कि छात्र ने उन्हें टोकते हुए कहा, वो वंचित वर्ग के प्रतीकात्मक प्रतिनिधि भर हैं। छात्र की ये बात निर्मला सीतारमन को नागरवार गुजरी ने उन्होंने छात्र से पूछा, क्या आप भारतीय मतदाताओं को कमतर करके नहीं आंक रहे हैं?