वर्ष 2014 में भाजपा सरकार के कार्यकाल शुरू होने के पहले और बाद में ये रोजगार सर्वेक्षण किए गए हैं। इसमें भारत के कर्मचारियों के एक महत्वपूर्ण भाग की हिस्सेदारी नहीं है। ये वे लोग हैं जिनकी संख्या किसी इकाई में 10 से कम है और जो अनौपचारिक क्षेत्र में कार्यरत हैं। आर्थिक सर्वेक्षण 2015-16 के मुताबिक, अनौपचारिक क्षेत्र ने 2004-05 से 2011-12 की अवधि के दौरान 90 फीसदी नौकरियां प्रदान की हैं।
सरकारी सहायता कार्यक्रम प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत लाभार्थियों की संख्या में 24.4 फीसदी की गिरावट हुई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक यह संख्या 2012-13 में 428,000 से गिरकर 2015-16 में 323,362 हुआ है। हम बता दें कि पीएमईजीपी क उदेश्य नए माइक्रो उद्यमों और छोटे परियोजनाओं को शुरू करने से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोजगार पैदा करना है। हाल के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर 2016 तक, इस कार्यक्रम ने अतिरिक्त 187,252 नौकरियों का निर्माण किया है।