नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी अगले 30 साल तक सत्ता में रहना चाहते हैं। दरअसल पीएम ने बीजेपी नेताओं से कहा है कि पार्टी को अधूरे कामों को पूरा करने के लिए अगले 30 वर्ष तक सरकार में रहना है और इसलिए देशहित में चुनाव जीतना उनका राष्ट्रीय कर्तव्य है। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार देर शाम बीजेपी के राज्य कोर ग्रुपों की बैठक में समापन भाषण दे रहे थे।
बैठक में मौजूद कुछ बीजेपी नेताओं ने बताया कि पीएम के पूरे भाषण का जोर गरीबों के कल्याण पर रहा। उन्होंने कहा कि सरकार का मूल उद्देश्य गरीबों का कल्याण करना है। उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशताब्दी को उत्साह से मनाने का आह्वान करते हुए पार्टी नेताओं से कहा कि गरीबों के कल्याण के लिए ही दीनदयाल उपाध्याय ने अंत्योदय को सामने रखते हुए जनसंघ की स्थापना की थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार में आने के बाद पार्टी ने महात्मा गांधी और दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के सपने को साकार करने के लिए गरीबों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनका व्यापक प्रचार-प्रसार होना चाहिए। बीजेपी नेताओं के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी ने बैठक में कहा कि चुनाव जीतना राष्ट्रीय कर्तव्य है, क्योंकि करीब 30 साल के लंबे समय तक अनिश्तितता वाली सरकारें रही हैं।
इस दौरान भ्रष्टाचार, कुशासन और अव्यवस्था का बोलबाला रहा, इसलिए लंबे समय तक भारत के उत्थान और गरीबों के कल्याण के लिए 30-35 साल तक संघर्ष करना होगा। कई प्रकल्प चलाए गए हैं, इसलिए सभी प्रकल्पों को पूरा करने और शासन में निरंतरता बनाए रखने के लिए देशहित में चुनाव जीतना राष्ट्रीय कर्तव्य है।
पीएम ने तिरंगा यात्रा के सफल आयोजन का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि इस यात्रा ने देशभर में सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने वाली शक्तियों के खिलाफ देश को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है। पीएम ने राष्ट्रवाद को बीजेपी की पहचान बताया। उन्होंने कहा कि देश में लंबे समय बाद अपने बूते पर सरकार बनी है और इसमें बीजेपी की विचारधारा की बड़ी भूमिका है।
उन्होंने पार्टी नेताओं को चेताया कि कुछ ऐसे तत्व हैं, जो सरकार और जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश में लगे हैं, क्योंकि सरकार के किए विकास के काम उन्हें रास नहीं आ रहे हैं। पीएम ने पार्टी ऩेताओं से आग्रह किया कि वे लोगों को बताएं कि बीजेपी का एकमात्र लक्ष्य राष्ट्रनिर्माण है।
इससे पहले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने बीजेपी की उपलब्धियों के बारे में पार्टी नेताओं को बताया। उन्होंने कहा कि आज बीजेपी के 1,000 से अधिक विधायक हैं, 300 से अधिक सांसद हैं और 13 राज्यों में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की सरकारें हैं। शाह ने कहा कि पार्टी को इसी पर नहीं रुकना है, बल्कि और आगे बढ़ना है। उन्होंने पार्टी के कोर ग्रुप को सामूहिक नेतृत्व और सामूहिक निर्णय का महत्वपूर्ण अंग बताया।
बीजेपी के राज्यों के कोर ग्रुप की यह अपने किस्म की पहली बैठक थी। बीजेपी नेताओं का कहना है कि राज्यों में कोर ग्रुप की स्थिति वैसी ही होगी, जैसी केंद्र में संसदीय बोर्ड की है, जो पार्टी के बारे में फैसले लेने के लिए सर्वोच्च अंग है।