नई दिल्ली। गृह मंत्रालय के अधिकारी आरटीआई अर्जी के जरिए पूछे गए एक सवाल से चकरा गए। दरअसल, आवेदक ने यह जानना चाहा था कि पिशाचों या ‘एलियंस’ के हमले का मुकाबला करने के लिए सरकार की क्या योजना है।
एलियंस दूसरे ग्रहों के प्राणियों को कहा जाता है। इस सवाल से मंत्रालय के अधिकारी चकरा गए, क्योंकि यह विचार भी उनके लिए पूरी तरह से एलियंस जैसा ही था। पिशाच काल्पनिक प्राणी होते हैं जिन्हें ज्यादातर ‘नाइट ऑफ द लिविंग डेड’ जैसी हॉलीवुड की डरावनी फिल्मों में दिखाया जाता है।
मुंबई के अजय कुमार ने मंत्रालय से जानना चाहा था कि पिशाचों या एलियंस के हमले की सूरत में लोगों को बचाने के लिए क्या योजनाएं हैं। कुमार ने पूछा कि ‘‘उनके खिलाफ हमारी क्या संभावना है? उन्हें शिकस्त देने के लिए सरकार के पास क्या तरीके हैं।’’
आवेदन किए जाने के छह महीने बाद बुधवार(21 सितंबर) को यह गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू के संज्ञान में आया जो यह ट्वीट करने से खुद को नहीं रोक सके, ‘‘यह विषय विज्ञान से बहुत ज्यादा जुड़ा हुआ है। इस तरह की आरटीआई मंत्रालय के कर्मचारियों का बेशकीमती वक्त बर्बाद करेगी।’’
The subject matter is too scientific.
This kind of RTIs will waste the precious time of the office staffs. pic.twitter.com/gVWbqt53PY— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) September 21, 2016
मंत्रालय ने कहा कि यह पाया गया है कि आपने गृह मंत्रालय में उपलब्ध कोई खास सूचना नहीं मांगी है। आपने किसी काल्पनिक स्थिति के बारे में सवाल पूछा है और इस मुद्दे पर गृह मंत्रालय का विचार या कानूनी राय मांगी है।
इसने कहा कि यह बताया जाता है कि इस तरह का अनुरोध सूचना का अधिकार अधिनियम की धारा 2 (एफ) के तहत जिक्र किए गए सूचना की परिभाषा के दायरे में नहीं आता है। इस कानून के तहत आवेदक सार्वजनिक प्राधिकार से ऐसी सूचना मांग सकता है जो रिकार्ड में हो और जो सार्वजनिक प्राधिकार के पास हो।