कांग्रेस के मुताबिक यह टेप उस वक्त अरुणाचल में सरकार गिराने की कोशिशों से भी जुड़ा हुआ है। सुरजेवाला के मुताबिक गोबोई ने विजिलंस ऑफिसर वर्मा को बताया कि किस तरह बीजेपी के केवल 11 विधायक हैं और बाकी के जो विधायक हैं, वे तुकी की सरकार के खिलाफ हो गए हैं। सरकार तोड़ने का ताना बाना बुना जा रहा है। उन्होंने आशंका जताई कि इस अवैध पेमेंट का सरकार गिराने से भी संबंध हो सकता है। सुरजेवाला ने कहा कि गोबोई और वर्मा की इस मुलाकात के बाद गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने केंद्रीय उर्जा मंत्री पीयूष गोयल को चिट्ठी लिखी, जिसमें उन्होंने पत्थर ट्रांसपोर्ट का पेमेंट जारी करने की सिफारिश की।
हालांकि किरण रिजिजू ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा है कि उनके पास कुछ पेंडिंग बिल क्लियर होने के लिए आए थे जिसे उन्होंने पीयूष गोयल को फॉरवर्ड कर दिया था। उन्होंने कहा कि उनका कोई भी भाई कॉन्ट्रैक्टर नहीं है। कांग्रेस ने मांग की है कि 450 करोड़ के इस घोटाले की स्वतंत्र जांच होनी चाहिए और जांच पूरी होने तक रिजिजू को उनके पद से हटा दिया जाना चाहिए।