नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कई नेताओं के धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले बयानों पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने ‘आत्मसंयम’ बरतने की नसीहत दी है। शनिवार को चुनाव आयोग ने सभी रजिस्टर्ड राजनीतिक दलों को लिखे पत्र में कहा कि यह सही ट्रेंड नहीं है और इससे बचा जाना चाहिए। आयोग ने कहा कि नेताओं को चुनाव प्रचार के दौरान खुद पर संयम रखना चाहिए। आयोग ने अपने पत्र में लिखा, ‘आयोग ने यह पाया है कि पिछले दिनों जारी की गई कई अडवाइजरीज को फॉलो नहीं किया गया है। अब भी नेताओं की ओर से चुनाव और धर्म का घालमेल कर भड़काऊ बयान दिए जा रहे हैं।’
आयोग ने कहा कि कुछ बयान ऐसे स्थानों से दिए गए, जहां आदर्श आचार संहिता लागू नहीं है। उसने कहा है कि इस इलेक्ट्रॉनिक युग में ऐसे बयान आसानी से चुनाव वाले स्थानों पर पहुंच जाते हैं और चुनाव प्रक्रिया में दूसरे उम्मीदवारों के लिए मुश्किल खड़ी करते हैं। राजनीतिक दलों और नेताओं से इस ‘प्रवृत्ति को बदलने’ का आग्रह करते हुए आयोग ने कहा कि इस तरह के भाषण ‘गलत प्रवृत्ति’ को दिखलाते हैं और ये चिंता का विषय है।
ECI issues notices to all political parties’ Presidents/Secretaries/General Secretaries over Model Code of Conduct. pic.twitter.com/yKgTVpDz3P
— ANI (@ANI_news) February 26, 2017
गौरतलब है कि हाल ही में ऐसे कई बयान आए थे, जिसमें संकेतों में ही धार्मिक मुद्दे उठाने का प्रयास किया गया था। पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों एक रैली में कहा था कि सूबे के गावों में यदि कब्रिस्तान का निर्माण होता है तो श्मशान भी बनने चाहिए। इसके अलावा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस, एसपी औ बीएसपी को ‘कसाब’ बताया था।