रक्षा मामलों की संसदीय समिति में बीजेपी सांसद बी सी खंडूरी, मुरली मनोहर जोशी, सुब्रमण्यम स्वामी, ओम माथुर कांग्रेस सांसद कैप्टन अमरिंदर सिंहस अंबिका सोनी, अभिषेक मनु सिंघवी, मधुसूदन मिस्त्री एनसीपी सांसद प्रफुल्ल पटेल शिवसेना सांसद संजय राउत भी शामिल हैं।
पिछले हफ्ते पीओके में घुसकर की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जब सरकार ने ऑपरेशन का एलान किया था उसके चंद घंटों बाद ही सभी दलों की बैठक बुलाकर ऑपरेशन की सारी जानकारी दी थी। सभी दलों ने एकसुर में सरकार के फैसले और सेना की तारीफ की थी लेकिन गुजरते वक्त के साथ सेना और सरकार के फैसले पर सियासत हावी हो गई।
सरकार के एक धड़े की सोच है कि कुछ तस्वीरें और वीडियो विपक्षी दलों के बड़े नेताओं के साथ साझा की जाए लेकिन समस्या ये है कि किन पार्टी और नेताओं के साथ ये संवेदनशील सूचनाएं साझा की जाएं।
आने वाले कुछ दिनों में इस मुद्दे पर सरकार फिर सर्वदलीय बैठक बुलाने पर विचार कर रही है। मगर इसमें सबूत दिखाये जाने की संभावना कम है। यह तय है कि देश की प्रमुख पार्टी या नेताओं को सेना ही इस कार्रवाई से जुड़े सबूत दिखाएगी लेकिन पिछली ऑल पार्टी मीटिंग के बाद हुई राजनीति के बाद सरकार के लिए फैसला करना मुश्किल हो रहा है।