दिल्ली: देश में नोटबंदी के बाद आयकर विभाग की जिम्मेदारी पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है। सरकार हो या समाज हर कोई इस विभाग की ओर आशा भरी नजरों से देख रहा है, लेकिन आप यह सुनकर अचरज में पड़ जाएंगे कि इस विभाग में अधिकारी व कर्मचारियों की संख्या कितनी है, इसका ब्योरा विभाग के पास ही नहीं है।
देश में नोटबंदी का एलान आठ नवंबर को किया गया, सरकार ने जो वादे किए हैं, उनमें कालाधन बाहर लाने का भी एक वादा है। सरकार के इस वादे केा पूरा करने की सबसे अहम जिम्मेदारी आयकर विभाग पर है, क्योंकि यही विभाग बैंक खातों में जमा रकम से लेकर आय से अधिक संपत्ति पर नजर रखकर कार्रवाई करने वाला विभाग है।
सूचना के अधिकार के तहत विभाग की जानकारी चौंकाने वाली है। मध्यप्रदेश के नीमच जिले के निवासी सूचना के अधिकार के कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) से जानना चाहा था कि विभाग में कुल कितने अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत हैं, कितना मैन पॉवर कम है और बीते पांच वर्षों में कितनी संख्या में कर्मचारी व अधिकारी सेवानिवृत्त हुए हैं और उसके एवज में कितनी नियुक्तियां हुई हैं। इसका ब्योरा दिया जाए।