बुधवार को भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बॉस को 158वां जन्मदिन था। इस दिन गूगल ने भी खास डूडल तैयार किया जो सुर्खियों में भी छाया रहा।
इस विषय पर ‘द इंडिपेंडेंट’ ने जो ख़बर छापी उसमें उन्होंने जगदीश चंद्र बोस को बांग्लादेशी वैज्ञानिक कहा। इस पर सोशल मीडिया पर काफी लोगों ने ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर की।
रत्नाकर सदाशुल्य ने लिखा, “प्रिय इंडिपेंडेंट, आचार्य जगदीश बोस बांग्लादेशी वैज्ञानिक नहीं थे।”
एस पटेल ने लिखा, “बांग्लादेशी वैज्ञानिक? पता नहीं था कि बांग्लादेश 1971 से पहले भी मौजूद था।” मनील लिखते हैं, “ब्रितानी अख़बार का झूठ। जेसी बोस जिनकी मौत 1937 में हुई वो बांग्लादेशी थे?” रवि कांत लिखते हैं, “158 साल पहले बांग्लादेश था ही कहां।”
रूबी जेकब ने लिखा, “एक बात जो इंडिपेंडेंट जेसीबोस के बारे में जाननी चाहिए वो यह है कि वो एक भारतीय थे जिनका जन्म बांग्लादेश में हुआ था, जो उस समय अविभाजित भारत का हिस्सा था।”