ब्रिटेन में बुधवार को हुए आतंकी हमले ने इस देश को हिलाकर रख दिया है। हमले में 5 लोग मारे गए जबकि 40 घायल हुए। संसद के बाहर हुए इस हमले के बारे में सुरक्षा एजेंसियों को अभी ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी है, लेकिन इसमें आतंकवाद का एक नया रूप देखा जा रहा है। इसे एक छोटी तकनीक के जरिए आत्मघाती या सेमी आत्मघाती हमला कहा जा सकता है।
ऐसे आतंकी हमलों का नजारा हम पिछले साल फ्रांस के नीस और बर्लिन के क्रिसमस मार्केट में देख चुके हैं, जहां ट्रक को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया गया। यह आतंक का एक नया रूप है। इसमें आतंकियों को अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए किसी बड़े हथियार या विस्फोटक की जरूरत नहीं पड़ती है।
सुरक्षा एजेंसियों को इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए अच्छा-खासा बजट दिया जाता है। हालांकि, आतंक का यह ऐसा दौर है जहां आतंकवादियों को इस तरह की हरकत को अंजाम देने के लिए किसी से आदेश लेने की जरूरत नहीं होती है बल्कि ऐसे आतंकी खुद ही आईएस या अल कायदा जैसे आतंकी संगठनों से संपर्क कर लेते हैं। वह अकेले ही इन हमलों को अंजाम देते हैं और सुरक्षा एजेंसियों की नजरों से दूर रहते हैं। इसी वजह से शायद ब्रिटेन आतंकी हमलों पर अभी भी सुरक्षा एजेंसियों के हाथ खाली हैं।