8 नवंबर को 500 और 1000 रुपये के नोटबंदी के एलान के बाद उत्तर प्रदेश के जनधन खातों में सबसे ज्यादा पैसा जमा हुआ है। देश में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है। फिर पश्चिम बंगाल तथा राजस्थान का स्थान है। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 7 दिसंबर तक जनधन खातों में कुल जमाराशि 74,610 करोड़ रुपये थी। उत्तर प्रदेश में 3.8 करोड़ जनधन खातों में सबसे अधिक 12,021.32 करोड़ रुपये जमा थे।
भाषा की खबर के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में 2.44 करोड़ जनधन खातों में 9,193.75 करोड़ रुपये जमा हुए। राजस्थान में जनधन खातों की संख्या 1.9 करोड़ और इनमें जमाराशि 6,291.1 करोड़ रुपये है। बिहार में 2.62 करोड़ खातों में 6,160.44 करोड़ रुपये जमा थे। नोटबंदी के बाद से जनधन खातों में 28,973 करोड़ रुपये की भारी राशि जमा हुई है। इसके बावजूद शून्य शेष वाले खातों की संख्या 20 प्रतिशत से अधिक है।
इससे पहले खबर आई थी कि नोटबंदी के बाद जनधन खातों में जमा में जोरदार इजाफा तो हुआ है, लेकिन करीब 23 प्रतिशत जनधन खाते अभी भी ऐसे हैं जिनमें एक पैसा भी नहीं है। सात दिसंबर को खत्म हुए सप्ताह में 25.8 करोड़ जनधन खातों में शुद्ध रूप से 288 करोड़ रुपए जमा हुए। इस तरह इन खातों में कुल जमाराशि 74,610 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। नोटबंदी के बाद करीब एक महीने में जनधन खातों में जमा में 29,000 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है, लेकिन शून्य शेष वाले खातों की संख्या 22.9 प्रतिशत पर कायम है। नोटबंदी के बाद शुरुआती दिनों में जनधन खातों में जमा में जोरदार बढ़ोतरी हुई।