नई दिल्ली। प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) टीएस ठाकुर ने बुधवार(21 सितंबर) को कहा कि उच्चतर न्यायपालिका में न्यायाधीशों की नियुक्ति को लेकर सरकार के साथ ज्यादातर मुद्दे ‘सुलझ’ गये हैं। यह बयान ऐसे समय आया है जब पिछले सप्ताह उनके तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सुबह के नाश्ते पर मुलाकात हुई थी।
न्यायमूर्ति ठाकुर ने कहा कि ‘ज्यादातर चीजें सुलझ गई हैं। कुछ मुद्दे हैं जिन पर विचार विमर्श की जरूरत है। मुझे लगता है कि एक या दो सप्ताह में ये मुद्दे भी सुलझ जाएंगे। प्रयास जारी हैं’ सीजेआई से यह बात तब कही जब उनसे एक कार्यक्रम से इतर ‘मैमोरेंडम आफ प्रासीजर’ (एमओपी) के बारे में पूछा गया।
उन्होंने कहा कि उच्चतर न्यायपालिका में न्यायाधीशों की नियुक्ति से जुड़ा एमओपी एक या दो सप्ताह में तैयार होने की उम्मीद है। एमओपी सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के कारण सामने आया है जिसमें राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग कानून को निरस्त करके उच्चतर न्यायपालिका में नियुक्ति की कालेजियम प्रणाली को बरकरार रखा गया था।
सरकार हाल में कालेजियम की कुछ मांगों को लेकर झुकी थी जिसमें शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति वाले न्यायविदों तथा वकीलों की संख्या सीमित किये जाने को हटाना शामिल है।
शनिवार को न्यायमूर्ति ठाकुर ने गांधीनगर में राजभवन में जाकर मोदी को उनके 66वें जन्मदिन की बधाई दी थी। दोनों के बीच बातचीत करीब आधा घंटा चली थी। न्यायमूर्ति ठाकुर ने ‘नेशनल ब्राडकास्टर्स एसोसिएशन’ द्वारा आयोजित दूसरे न्यायमूर्ति जेएस वर्मा स्मारक व्याख्यान को संबोधित किया।