भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं जयंती पर लोकसभा में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में स्पीच दी। उन्होंने कहा, आज का दिन हमारे लिए गौरव की बात है। इतिहास का स्मरण हमें शक्ति देता है। युवाओं ने आंदोलन को आगे बढ़ाया था। पीएम मोदी ने कहा आज हमारे पास बापू जैसा नेतृत्व नहीं है।
अगस्त क्रांति के उपलक्ष्य में संसद के विशेष सत्र में प्रधानमंत्री ने कहा, महात्मा गांधी ने नारा दिया था, करेंगे या मरेंगे। उन्होंने कहा था, अंग्रेजो की हिंसा के कारण जो शहीद होता है उसके शरीर पर भी यही नारा लिखेंगे। उनके प्रयास ने देश में एक अलख जगा दी थी। इसके बाद ही देश उठ खड़ा हुआ था।
मोदी ने कहा कि 1857 से 1947 तक आजादी के आंदोलन के अलग-अलग पड़ाव आए, देश के सभी लोगों को ये घटनाएं याद हैं। इस आंदोलन ने आजादी का रास्ता तैयार किया था। 1857 का संग्राम देश के हर कोने में लड़ा गया, उसके बाद महात्मा गांधी का भारत लौटना, उनका डांडी मार्च करना, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू, चंद्रशेखर आजाद और नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने इसमें अहम योगदान दिया था।