बैन पर NDTV का बयान, कहा- सभी की कवरेज एक जैसी थी

0
एनडीटीवी
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse

एनडीटीवी इंडिया न्यूज चैनल पर एक दिन के लिए बैन लगा दिया गया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के एक समिति ने बैन की सिफारिश की थी। समिति ने पठानकोट वायुसेना अड्डे पर इस साल जनवरी में हुए आतंकी हमले की कवरेज के संदर्भ में चैनल पर कार्रवाई की सिफारिश की थी। बैन के फैसल पर अब एनडीटीवी का बयान आया है। एनडीटीवी इंडिया की वेबसाइट पर यह बयान प्रकाशित किया गया है। बयान में कहा गया है, ‘सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का आदेश प्राप्‍त हुआ है। बेहद आश्चर्य की बात है कि NDTV को इस तरीके से चुना गया। सभी समाचार चैनलों और अखबारों की कवरेज एक जैसी ही थी। वास्‍तविकता में NDTV की कवरेज विशेष रूप से संतुलित थी। आपातकाल के काले दिनों के बाद जब प्रेस को बेड़ियों से जकड़ दिया गया था, उसके बाद से NDTV पर इस तरह की कार्रवाई अपने आप में असाधारण घटना है। इसके मद्देनजर NDTV इस मामले में सभी विकल्‍पों पर विचार कर रहा है।’ एनडीटीवी पर लगाए गए एक दिन के बैन पर एडिटर्स गिल्ड ने भी निंदा की है।

इसे भी पढ़िए :  जिन वजहों से एनडीटीवी पर लगा बैन, उनपर अभी भी लगा है प्रश्नचिन्ह

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक अंतर मंत्रालयी समिति इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि प्रसारक ने पठानकोट हमले को कवर करते समय ‘रणनीतिक रूप से संवेदनशील’ ब्यौरे का खुलासा कर दिया था। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने केबल टीवी नेटवर्क (नियमन) अधिनियमन के तहत शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए कहा कि ‘एनडीटीवी इंडिया को आदेश दिया जाता है कि वह 9 नवंबर, 2016 के दिन की शुरूआत (आठ नवंबर की देर रात 12:01 मिनट) से लेकर 10 नवंबर, 2016 के दिन के खत्म होने (नौ नवंबर की देर रात 12:01 बजे) तक के लिए प्रसारण अथवा पुनर्प्रसारण पूरे भारत में हर प्लेटफॉर्म पर बंद रखेगा।’

इसे भी पढ़िए :  नोटबंदी पर सड़क से लेकर सियासी गलियारों तक मचा हड़कंप, जनता बेहाल-नेता कर रहे राजनैतिक कदमताल..... देखिए पूरी पड़ताल - COBRAPOST IN DEPTH LIVE

आतंकी हमले की कवरेज के संदर्भ में यह किसी चैनल के खिलाफ इस तरह का पहला आदेश है। इससे जुड़े नियम पिछले साल अधिसूचित किए गए थे। यह मामला पठानकोट हमले की कवरेज से जुड़ा हुआ है। समिति ने माना कि ‘ऐसी महत्वपूर्ण सूचना’ को आतंकवादियों के आका तत्काल लपक सकते थे और ‘इससे न सिर्फ राष्ट्रीय सुरक्षा को बड़ा नुकसान पहुंचता, बल्कि नागरिकों और रक्षा कर्मियों की जान की भी क्षति हो सकती थी।’ सूत्रों ने कहा कि इस साल जनवरी में जब आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चल रहा था उसी दौरान हवाई अड्डे में गोला-बारूद के भंडार, मिग लड़ाकू विमानों, रॉकेट-लांचर, मोर्टार, हेलीकॉप्टरों, ईधंन-टैंकों के बारे में सूचना के बारे में कथित तौर पर खुलासा किया गया ‘जिनका आतंकवादी अथवा उनके आका व्यापक नुकसान पहुंचाने के लिए इस्तेमाल कर सकते थे।’

इसे भी पढ़िए :  पीएमओ नहीं खोज पाया देश के सबसे गरीब 100 लोग
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse