भोपाल एनकाउंटर: चश्मदीदों का दावा, सिमी के आतंकियों के पास नहीं थे कोई हथियार

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भोपाल

भोपाल में जेल से भागे सिमी के आठ आतंकियों के मुठभेड़ में मारे जाने की घटना के बाद से ही लगातार हर और से सवाल उठ रहे है। इसी के बीच एक ऑडियो टेप भी सामने आया था। और अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवारज सिंह चौहान ने इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।

बीबीसी ने सिमी के कथित आतंकियों को देखने का दावा करने वाले चश्मदीदों से बात कर पूछा उस दिन उन्होंने क्या देखा था। भोपाल के पास चांदपुर गांव के नरेश पाल और ज्ञान सिंह का दावा है कि उन्होंने दीवाली की अगली सुबह यानी सोमवार को इन ‘सिमी आतंकियों’ को देखा था।

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नरेशपाल ने बीबीसी को बताया, ‘सोमवार की सुबह नदी के पास कुछ लोग जाते दिखे। मुझे लगा ये लोग मछली पकड़ने आए हैं। मैंने काफी दूर से उन्हें देखा था। कुल पांच छह लोग थे। इसके बाद मैं जब घर गया तो वहां मैंने टीवी पर न्यूज में देखा और मुझे शक हुआ तो मैंने 100 नंबर डायल किया।’

वहीं पुलिस को फोन करने वाले गांव के ही ज्ञान सिंह ने बीबीसी को बताया, मेरी जब नरेशपाल से मुलाक़ात हुई तो उसने बताया कि सुबह -सुबह यहां से नदी किनारे छह सात लोग निकले हैं। मैंने सोचा हो सकता है ये ही हो। उसके बाद गांव के कुछ और लोगों ने भी उन्हें देखने की बात कही। तब मैंने तुरंत पुलिस को फोन कर बताया। पुलिस को यहां का रास्ता बताया और ये बताया कि ये जगह कितनी दूर है।’

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इमरत ने बताया, ‘मैं सुबह आठ बजे खेत में काम कर रहा था। वो आठ लोग थे। उन्होंने सिर्फ़ चड्डी और टीशर्ट पहन रखी थी। उनके हाथ में कपड़ों की पोटली थी।’ जब बीबीसी ने पूछा कि क्या उन संदिग्ध लोगों के पास किसी तरह के हथियार थे इसके जवाब में इमरत ने कहा, ‘हमने उन लोगों के पास किसी तरह के हथियार या डंडे वगैरह नहीं देखे।’

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जहां पर ये कथित एनकाउंटर हुआ उस ईंट खेड़ी गांव के सरपंच मोहन सिंह ने बीबीसी को बताया, ‘मैंने उन लोगों को काफी नजदीक से देखा था। मैंने उनसे पूछा भी कि आप लोग कौन हैं। उनके हाथ खाली थे।’