पाकिस्तान पीपल्स पार्टी यानी पीपीपी के प्रमुख बिलावल भुट्टो-ज़रदारी ने सोमवार को करांची के एक शिव मंदिर में जाकर पाकिस्तान के हिन्दू अल्पसंख्यकों के दिवाली आयोजन सम्मलेन में हिस्सा लिया और उन्हें बधाई दी। यही नहीं बिलावल भुट्टो ने शिव मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना भी की। जब उन्होंने भोले बाबा का जलाभिषेक किया तो वहां मौजूद लोगों ने इन एतिहासिक तस्वीरों को कैमरे में कैद कर लिया।
इतना ही नहीं इस मौके पर बिलावल भुट्टो के सुर भी बदले बदले नज़र आए। अक्सर भारत और भारतीयों को लेकर आपत्तिजनक बयानबाजी करने वाले बिलावल भुट्टो ने यहां कहा की अल्पसंख्यकों को पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता की पूरी आजादी है। मंदिर के बहार मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने पत्रकारों से कहा की पाकिस्तान एक शांतिप्रिय और लोकतांत्रिक सिधांतो को मानाने वाला देश है, यहां किसी भी रूप में आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बिलावल भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान की तरक्की में भाषायी और धार्मिक अल्पसंख्यकों का योगदान रहा है। पाकिस्तान के विभिन्न राजनीतिक दल और सरकारों की ये मान्यता रही है कि मुल्क का विकास अल्पसंख्यक समुदायों को साथ लिए बगैर नहीं हो सकता है।
पाकिस्तान एक तरफ तो सीमा पर भारत के खिलाफ आग उगल रहा है वहीं दूसरी तरफ उसके नेता हिंदू देवी-देवताओं की पूजा करते नजर आ रहे हैं। दरअसल ये वोटों की राजनीति के अलावा और कुछ नहीं हैं। हकीकत ये भी है कि पाकिस्तान में वैसे तो अल्पसंख्यक हिंदुओं पर जमकर अत्याचार होते हैं लेकिन जब वोट की रोटियां सेकने की बात आती है तो उनकी याद वहां के नेताओं को आ जाती है।