एनआईए द्वारा इंटरपोल से जाकिर नाइक को रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने को कहे जाने पर नाइक ने NIA पर आरोप लगाया है कि उन्हें मुसलमान होने के कारण जानबूझकर फंसाया जा रहा है। जाकिर नाइक वे शख्स है, जिन पर आतंकवाद को बढ़ावा देने और मनी लॉन्ड्रिंग सहीत कई आरोप लगाए गये है। वह इन दिनों भारत से भागकर सऊदी अरब में नागरिकता लेकर रह रहा है।
जाकिर नाइक जुलाई 2016 में ढ़ाका में हुए आतंकी हमले के बाद एनआईए के राडार पर आया था। जिसमें आतंकियों ने कहा था कि जाकिर नाइक के भाषण से प्रेरित होकर उन्होंने यह हमला किया है। जिसके बाद नाइक भारत से फरार हो गया था। एनआईए ने 11 मई को इंटरपोल और सीबीआई को पत्र लिखकर रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए कहा जिसके बाद नाइक ने इंटरपोल को अपने जवाब में कहा कि भारतीय जांच एजेंसी उन्हें केवल इसलिए निशाना बना रही है क्योंकि वह मुस्लिम है।
एनआईए द्वारा नाइक को रेड कॉर्नर नोटिस देने का मतलब है कि नाइक को एक अंतरराष्ट्रीय भगोड़ा घोषित किया जाएगा और उसे दुनिया भर में किसी भी एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया जा सकता है। नाइक पर उनके उत्तेजक भाषण, आतंकवादियों को फंड देने और कई करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप है।
सूत्रों की माने तो इंटरपोल के 10 महीने की लंबी जांच के बाद नाइक के खिलाफ संपर्क किया गया था, जिसके दौरान उनके खिलाफ सभी आरोप साबित हुए हैं और उनकी गैर सरकारी संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन और पीस टीवी को सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया है। जबकि नाईक के खिलाफ पिछले साल गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।