राजनाथ सिंह ने पुलिस के दिया निर्देश, आतंकवाद के शक में निर्दोष को ना किया जाए परेशान

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फाइल फोटो।

नई दिल्ली। केंद्रीय गहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार(27 नवंबर) को देश भर के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि उग्रवाद या आतंकवाद से जुड़े होने के आरोपों को लेकर किसी निर्दोष को परेशान न किया जाए। उन्होंने कहा कि जबतक किसी के खिलाफ ठोस सबूत नहीं मिलता, तब तक केवल आरोपों के आधार पर उसे परेशान न किया जाए।

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गृहमंत्री ने आगे कहा कि जो असली गैर-सरकारी संस्था हैं वह विकास के कार्य करने में पूरी तरह से स्वतंत्र हैं, लेकिन जो संगठन राष्ट्रविरोधी काम कर रहे हैं उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। राजनाथ सिंह ने यह बातें तीन दिवसीय हैदराबाद में आयोजित डीजीपी और आईजीपी के कॉन्फ्रेंस के समापन भाषण के दौरान कही।

उन्होंने पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि महज कट्टरपंथ और आतंकवाद से जुड़े होने के आरोपों पर किसी निर्दोष को ना तो गिरफ्तार किया जाए और ना ही उसे परेशान किया जाए। उन्होंने कहा कि किसी शख्स के खिलाफ ठोस और पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही उसे पकड़ा जाए।

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सिंह ने कहा था कि आईएसआईएस के प्रभाव में आकर आतंकी वारदात को अंजाम देने की योजना बनाते हुए 67 युवाओं को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा राज्य और केंद्रीय बलों की बेहद करीबी आपसी तालमेल के चलते ही जो भी भारतीय युवा ऑनलाइन के जरिए खतरनाक आतंकी संगठन आईएसआईएस के प्रभाव में आए वह देश में कोई भी आतंकी वारदात को अंजाम देने में सफल नहीं हो पाए।

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