नई दिल्ली। पीएम मोदी द्वारा 8 नवंबर को नोटबंदी के एलान के बाद पुराने नोटों को नए नोटों से बदलने में हुए बड़े खेल की आशंका देखते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। इसके लिए सबसे ज्यादा पुराने नोट जमा करने वाली दस बैंकों की 50 ब्रांचों को चुना गया है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार(8 दिसंबर) को कहा कि नोटबंदी के बाद बैंकों में जमा किए गए पुराने नोटों की बारीकी से जांच की जाएगी और कोई अनियमितता पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जेटली में बैंकों में बड़े पैमाने पर जमा हुए बड़ी रकम का हवाला देते हुए कहा कि केवल बैंक में पैसा जमा कर देने का मतलब यह नहीं है कि इसका रंग काला से सफेद हो जाएगा। दरअसल एक दिन पहले रिजर्व बैंक ने कहा था कि नोटबंदी के बाद छह दिसंबर तक लोग 11.55 लाख करोड़ रुपये बैंकों में जमा कर चुके हैं।
इस पर जेटली ने कहा कि कितना काला धन जमा हुआ है, यह इस पर निर्भर करता है कि कितने की सफाई दे दी गई है और कितने की नहीं दी गई है। जेटली ने कहा कि कर देनदारी अभी भी बनी रहेगी और जमा रकम की बारीकी से जांच की जाएगी।