कांग्रेस ने एक बार फिर सवाल उठाया कि क्या नोटबंदी के बारे में बीजेपी को पहले से पता था। उन्होंने नोटबंदी के ऐलान से पहले पश्चिम बंगाल बीजेपी की तरफ से भारी मात्रा में कैश जमा कराए जाने पर सवाल उठाया। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार के फैसले की आलोचना की।
नोटबंदी के विरोध के बहाने बहाने ममता बनर्जी सभी गैर-बीजेपी दलों को एकजुट करने में जुट गई हैं। यहां तक कि उन्होंने अपने चिरप्रतिद्वंद्वी सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी को फोन कर सरकार के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है। ममता ने प्रधानमंत्री पर आम लोगों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पीएम कहते हैं कि गरीब सुकून से सो रहे हैं जबकि सच इसके ठीक उलट है। उन्होंने कहा कि पीएम ने आम लोगों का अपमान किया है।
बीजेपी ने भी ममता पर पलटवार किया है। बीजेपी नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने तो ममता को सारदा और नारदा स्कैम की क्वीन तक कह डाला। सिंह ने कहा कि सारदा और नारदा की क्वीन विपक्ष को सरकार के खिलाफ एकजुट करने की कोशिश कर रही हैं, इससे जाहिर है कि प्रधानमंत्री के इस कदम से वे कितने हिले हुए हैं। उन्होंने टीएमसी और लेफ्ट को एक दूसरे का मिरर इमेज बताया। बीजेपी नेता ने कहा कि ममता बनर्जी को इसका जवाब देना चाहिए कि ढाका बेकरी में आतंकी हमले में इस्तेमाल हथियार मालदा में कैसे बनें। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भी सारदा घोटाले की गूंज रही थी।