शेख हसीना की मौजूदगी में पीएम मोदी ने आतंकवाद पर पाक को सुनाया, पाक को आतंकवाद पसंद है

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘1971 के युद्ध में बंदी बनाए गए पाक सैनिकों को छोड़ने, युद्ध की बर्बरता में भी भारतीय सेना अपने कर्तव्य से कभी नहीं डिगी। नियमों के पालन में मिसाल कायम रखी। भारतीय फौज ने 90 हजार सैनिकों को सुरक्षित जाने दिया गया।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि 1971 में भारत की दिखाई यह इंसानियत पिछली शताब्दी की सबसे बड़ी घटना है। उन्होंने कहा कि भारत क्रूरता की मूलभूत सोच को नकारने वाला देश है।

प्रधानमंत्री मोदी ने जब बांग्लादेश के संस्थापक बंगबंधु शेख मुजीब उर रहमान का जिक्र किया तो उनकी बेटी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना थोड़ी भावुक हो गईं। बंगबंधु का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘वह बांग्लादेश की स्वंत्रता के सूत्रधार थे। उनका विजन आज भी बांग्लादेश को विकास के रास्ते पर ले जा रहा है। उनके नेतृत्व ने बांग्लादेश को अस्थिरता से बाहर निकाला।’ पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘बंगबंधु की बेटी शेख हसीना आज पीएम हैं। मैं उनकी तारीफ करना चाहता हूं। उन्होंने मुश्किल हालात से खुद को और अपने देश को निकाला। उनके परिवार के 16 लोगों का कत्ल कर दिया गया। लेकिन वह चट्टान की तरह खड़ी होकर अपने देश को आगे ले जा रही है।’

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गौरतलब है कि 15 अगस्त 1975 को बांग्लादेशी सेना के कुछ बागी जूनियर अफसरों ने शेख मुजीब उर रहमान और उनके परिवार के 16 लोगों की हत्या कर दी थी। उस समय शेख हसीना और उनकी बहन विदेश में थीं, इस वजह से दोनों बच गईं थी। बाद में भारत ने शेख हसीना को शरण दी थी।

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मोदी ने इस मौके पर मुक्तियोद्धाओं के लिए तीन ऐलान भी किए। उन्होंने कहा कि अभी मुक्तियोद्धाओं के 10 हजार बच्चों को पढ़ने के लिए स्कॉलरशिप दी जाती है। अगले पांच सालों में इस स्कीम का फायदा 10 हजार और बच्चों को दिया जाएगा। पीएम ने कहा कि इसके अतिरिक्त मुक्तियोद्धाओं को 5 साल के लिए मल्टिपल एंट्री वीजा सुविधा मिलेगी। भारत में मुफ्त इलाज के लिए 100 मुक्तियोद्धाओं को मदद दी जाएगी।

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