जब से संसद का शीत सत्र की शुरुआत से ही नरेंद्र मोदी की अनुपस्थिति पर सवाल उठ रहे हैं। जब भी नोटबंदी का मुद्दा उठता है विपक्ष पीएम के संसद में उपस्थित होने की मांग करता रहा है। ऐसे में अब पीएम की अनुपस्थिति पर माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने लगातार कई ट्वीट करते हुए पीएम मोदी पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री के संसद से अनुपस्थित होने पर कहा कि प्रधानमंत्री के पास पाॅप म्यूजिक के समारोह में सम्बोंधन देने के लिए तो समय है लेकिन संसद में सवालों के जवाब देने के लिए वे गायब हैं।
A PM who has time to address pop music concerts but is refusing to face Parliament.#Demonetisation #ManMadeDisaster https://t.co/YJG20wzhsb
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) November 22, 2016
इसके अलावा सीताराम येचुरी ने ट्वीट करते हुए कहा कि दो सप्ताह बाद भी केवल 10 प्रतिशत नोट ही बदल पाए, और सरकार का कहना है कि कोई संकट नहीं है जबकि पीएम इस मुद्दे पर गायब है।
After 2 weeks, only 10% of the notes replaced. And then the govt says that there is no crisis, PM goes missing. pic.twitter.com/z6Mt5u4PN2
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) November 22, 2016
येचुरी ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने के कदम के लिए मोदी सरकार को निशाना बनाते हुए कहा था कि ग्रामीण भारत को चोट पहुंचाने के लिए शत्रु भी नोटबंदी से बेहतर योजना नहीं बना सकता था।नोटबंदी की बजाय कॉरपोरेट द्वारा नहीं चुकाए गए बैंकों के कर्ज की वसूली प्राथमिकता होनी चाहिए थी। इसने सिर्फ गरीब को नुकसान पहुंचाया है।
येचुरी ने अपने ट्वीट में लिखा था, “अगर हमारा सबसे बुरा शत्रु भी लगातार दो साल सूखा पड़ने के बाद ग्रामीण भारत को चोट पहुंचाना चाहता तो वह नोटबंदी से बेहतर योजना नहीं बना सकता था।” येचुरी ने कहा, “नोटबंदी के बजाय अमीर कॉरपोरेट द्वारा नहीं चुकाए गए कर्ज की वसूली सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए थी। इसने सिर्फ गरीब को चोट पहुंचाई है।”
गौरतलब है कि 8 नवंबर की रात को पीएम मोदी ने देश को चौंकाने वाली घोषणा करके सबको आश्चर्य में दाल दिया था। इस ऐतिहासिक फैसले के तहत उन्होने 500 और 1000 के नोटों को देश में बैन कर दिया था।