हत्या के बाद 16 जगह घूमा डब्बू
आरोपी ने बताया कि 11 मई को पिता की हत्या करने के बाद वह सबसे पहले नोएडा सेक्टर-63 पहुंचा, जहां उसने अपनी कार मेट्रो के पास सुनसान एरिया में छोड़ दी। इसके बाद उसने पिस्टल भी वहीं छिपा दी। उसने बताया कि फरार होते वक्त उसके पास करीब 12 हजार रुपये थे। इस दौरान करीब 7 दिन वह गाजियाबाद में ही छिपा रहा, लेकिन पुलिस की गतिविधियों को देखकर आगरा चला गया। यहां से गोरखपुर, सनौली होते हुए वह काठमांडू (नेपाल) पहुंचा और वहां कुछ दिन रहने के बाद अहमदाबाद आ गया। उसने अहमदाबाद में नौकरी की तलाश भी की, लेकिन सफलता नहीं मिलने पर सूरत, वडोदरा, गांधीनगर, बलसार होते हुए जयपुर पहुंच गया। इसके बाद वह दिल्ली पहुंचा और रुपये खत्म होने पर मदद के लिए अपने दोस्तों रजत के पास पहुंचा। हालांकि उनके न मिलने पर एक अन्य दोस्त से 1000 रुपये लेकर लौट गया। इसके बाद मोदीनगर से हरिद्वार, सहारनपुर होते हुए अलवर चला गया। दोबारा रुपये खत्म होने पर वह रजत के घर पहुंचा, जहां पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
डब्बू ने बताया कि उसके पास कुल 12 हजार रुपये थे। पकड़े जाने के डर से अकाउंट में लाखों रुपये होने के बावजूद उसने डेबिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं किया। उसने बताया कि इस दौरान वह रेलवे स्टेशन पर सोया और ट्रेन में बिना टिकट सफर भी किया। गौरतलब है कि डब्बू को स्किजोफ्रेनिया का मरीज बताया जा रहा है, लेकिन जिस तरह उसने पुलिस को चकमा दिया। उससे पुलिस भी हैरान है।