पिता देते थे गलत शिक्षा
एक महीने तक पुलिस को चकमा के बाद डब्बू सामने आया तो उसके जवाब काफी बचकाने थे। उसने बताया कि उसके पिता गलत शिक्षा देते थे। पापा कहते थे कि रोज शिव की पूजा करो, वह भगवान हैं, जबकि ईश्वर का तो कोई रूप ही नहीं है। इसके अलावा उसने भाइयों पर भी नजरअंदाज करने और उसके बिजनस पर कब्जा करने का आरोप लगाया। इस दौरान आरोपी ने बताया कि उसके भाई उसे जहर देने की कोशिश भी कर चुके हैं। डब्बू ने मीडिया के सामने अपने चारों भाइयों को भी जान से मारने की बात कही।
मोदी को करता हूं फॉलो
अपने बयान में डब्बू ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फॉलो करता हूं, जो मेरे परिजनों को पसंद नहीं था। जांच में पता चला है कि किसी ने डब्बू को मोदी के मेहसाणा में होने की जानकारी दी थी। ऐसे में वह वारदात को अंजाम देने के बाद मेहसाणा भी गया था। वह प्रधानमंत्री से मिलकर उन्हें अपनी कहानी सुनाना चाहता था।
‘कराएंगे डब्बू का इलाज’
डब्बू की गिरफ्तारी के बाद बड़े भाई प्रवीण त्यागी ने कहा कि डब्बू ने परिवार को काफी नुकसान पहुंचाया है, लेकिन वह मानसिक रूप से बीमार है। ऐसे में उसे अपने किए पर पछतावा नहीं है। जेल हॉस्पिटल में इलाज के बाद ठीक होने पर ही उसे पता चलेगा कि वह क्या कर चुका है। वहीं, उन्होंने डब्बू के दोनों दोस्तों के मामले में कहा कि पुलिस न जाने किस दबाव में काम कर रही है कि दोनों को गिरफ्तार नहीं कर पाई।
पिस्टल व गाड़ी की बरामदगी में झोल
पुलिस के मुताबिक, डब्बू की कार और पिस्टल को गाजियाबाद से बरामद किया गया है, जबकि डब्बू ने अपने बयान में दोनों ही चीजों को नोएडा सेक्टर-63 में छोड़ने की बात कही है। अगर पुलिस की थिअरी को ही माना जाए तो सवाल उठता है कि दोनों चीजों को गाजियाबाद से ही बरामद करने में पुलिस को 30 दिन क्यों लग गए? इस मामले में एसपी सिटी आकाश तोमर का कहना है कि डब्बू स्किजोफ्रेनिया का पेशंट है। ऐसे में वह अजीब-अजीब बातें कर रहा है। वह गाजियाबाद में ही कार और पिस्टल छोड़कर भागा था।