नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद लोगों को हो रही परेशानियों को लेकर संसद में लगातार हो रहे हंगामे पर कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने सोमवार(12 दिसंबर) को आपत्ति जताई। थरूर ने कहा कि सदन को बाधित करने वालों का स्वत: ही निलबन हो जाना चाहिए।
उन्होंने ‘मीट द प्रेस’ के कार्यक्रम के दौरान कहा कि मुझे नहीं लगता कि लोगों ने मुझे सदन को बाधित करने के लिए भेजा है। हालांकि, आजादी के बाद से ही भारतीय राजनीति की संस्कृति ने दुर्भाग्य से यह रूप ले लिया है।
थरूर ने कहा कि मैंने इस पर अपना नजरिया नहीं बदला है और मेरी पार्टी भी यह जानती है। संसद में चर्चा और बहस होनी चाहिए, हंगामा नहीं। थरूर ने कहा कि सदन को बाधित करने पर सदस्य के स्वत: निलंबन के बारे में सर्वदलीय सहमति होनी चाहिए।
भाजपा पर निशाना साधते हुए थरूर ने कहा जब वह(भाजपा) विपक्ष में थीं तो उसने सदन को बाधित किया था और अब वह संसदीय कार्यवाही की काफी वकालत कर रही है।
अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में मनमोहन सिंह नीत तत्कालीन यूपीए सरकार की कथित भूमिका के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में थरूर ने कहा कि कोई भी यह विश्वास नहीं करेगा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कोई गलती करेंगे।