ब्रिटेन के बिजनेस मैन पापा-बेटी की इन दिनों सक्सेस स्टोरी खूब सुर्खियां बटोर रही है। 46 साल के रिचर्ड वार्नियर ने दो साल पहले नौकरी को अलविदा कह दिया था, वो आउटसोर्सिंग कंपनी में सेल्स डायरेक्टर थे, जब उन्होंने देखा कि बेटी निकोल की रुचि बच्चों के लिए कहानियां और परीकथाएं लिखने में है तो इस आइडिया को बिजनेस में बदलने का सोचा ।
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक रिचर्ड बताते हैं ‘उस वक्त निकोल 15 साल की थी। मेरे पास मौका था कि मैं उस जॉब को छोड़ दूं और कंपनी से कंपेंनसेशन पैकेज ले लूं। हालांकि इसमें रिस्क तो थी।पर काफी सोच-विचार के बाद मैंने, पत्नी और बेटी ने फैसला लिया कि हमें कुछ ऐसा करना चाहिए जो अलग हटकर हो। उस साल निकोल के स्कूल में छुटि्टयां लगते ही हमने लेखन का काम शुरू कर दिया। और इस दौरान काफी सारा कंटेंट जमा कर लिया। वैसे बच्चों की किताबों के लिए तो सिर्फ हजार शब्दों और करीब 30-32 फोटो की जरूरत होती है। पर हम कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहते थे। हमने 900 पेजेस का टारगेट रखा था क्योंकि हम हर चीज कवर करना चाहते थे जो बच्चों को रोचक लगे।’
आपको बता दें कि फिलहाल ऑनलाइन रिटेलर नॉट ऑन हाई स्ट्रीट के जरिए इसकी बिक्री हो रही है। 34 देशों में इसकी डिलीवरी हो रही है और इसके लिए कोई शिपिंग चार्ज भी नहीं देना होता। ब्रिटेन में इसकी डिलीवरी 5-7 दिन में हो रही है। वहां इसकी कीमत करीब 1600 रुपए है।’