करीब पांच साल के इंटरनेशनल करियर में महाराष्ट्र के मुंबई के अजिंक्य रहाणे ने टीम इंडिया के विश्वसनीय बल्लेबाजों में स्थान बना लिया है। न्यूजीलैंड के खिलाफ अजिंक्य रहाणे अपने करियर का पहला दोहरा बनाने से चूक गए। न्यूजीलैंड के गेंदबाद बोल्ट की गेंद पर 200 रन से महज 12 रन की दूरी पर विकेट कीपर को कैच थमा बैठे। रहाणे ने 321 गेंदो पर 188 रन बनाए, अपनी पारी में 18 चौकें और 4 छक्के लगाए। भारतीय टीम का स्कोर 500 रनो को पार कर चुका है।
इंदौर टेस्ट में अजिंक्य ने अपने करियर का आठवां शतक लगाया और टेस्ट क्रिकेट में 2000 रन पूरे किए। यह उपलब्धि हासिल करने वाले वे भारत के 36वें बल्लेबाज हैं। वैसे टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज कम पारियों में 2000 रन बनाने के मामले में वे 10वें स्थान पर हैं। अजिंक्य ने 49 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी। भारत के लिए सबसे कम पारियों में 2000 रन पूरा करने को रिकॉर्ड संयुक्त रूप से वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ (40 पारियां) के नाम पर है।
एक और मामले में रहाणे को राहुल द्रविड़ के समकक्ष रखा जा सकता है, वह यह कि बल्लेबाजी में उन्होंने देसी मैदानों से कहीं अधिक सफलता विदेशी मैदानों में हासिल की है। रहाणे ने इंदौर टेस्ट की पहली पारी को मिलाकर भारतीय मैदानों में आठ टेस्ट खेले हैं। इन आठ टेस्ट में 46.90 के औसत से 516 रन (तीन शतक) उनके नाम पर दर्ज हैं। विदेशी मैदान के लिहाज से बात करें तो अजिंक्य ने अपने टेस्ट करियर के करीब 70 फीसदी मैच बाहर ही खेले हैं। अब तक विदेश में खेले गए 21 टेस्ट में उन्होंने 51.22 के औसत से 1588 रन बनाए हैं, इनमें पांच शतक शामिल हैं।
अगले पेज में पढ़िए आगे की खबर-