दिल्ली
ओलंपिक में 36 साल बाद वापसी करने वाली भारतीय महिला हाकी टीम ने जबर्दस्त जुझारूपन दिखाते हुए दो गोल से पिछड़ने के बाद उंची रैंकिंग वाली जापान टीम को पूल बी के मैच में 2 . 2 से ड्रा पर रोका ।
विश्व रैंकिंग में 13वें स्थान पर काबिज भारतीय टीम हाफटाइम तक दो गोल गंवा चुकी थी । दुनिया की 10वें नंबर की टीम जापान के लिये एमि निशिकोरि और मिये नकाशिमा ने गोल किये ।
भारत के लिये रानी रामपाल और लिलिमा मिंज ने तीसरे और चौथे क्वार्टर में गोल दागे ।
भारतीय लड़कियों ने शुरूआत अच्छी की लेकिन पहले क्वार्टर के आखिर में लय खो दी ।
पहले आधे घंटे में वे गोल करने के मौके नहीं भुना सके । जो भी अच्छे मूव बने, उन्हें सर्कल के भीतर फारवर्ड खिलाड़ी गोल में नहीं बदल सके ।
दूसरी ओर जापान ने धीमी शुरूआत के बाद लय पकड़ ली । भारत को सातवें मिनट में गोल करने का मौका मिला लेकिन दीपिका के क्रास पर प्रीति दुबे गोल नहीं कर पाई । एक मिनट बाद पूनम रानी का शाट सर्कल के बाहर से निकल गया ।
दूसरे क्वार्टर में भारतीय लड़कियों ने गेंद पर कब्जा तो बनाया लेकिन उसे बरकरार नहीं रख सकी । जापान ने हाफटाइम से दो मिनट पहले बढत दुगुनी कर ली जब नकाशिमा ने भारतीय कप्तान सुशीला चानू को छकाकर गोल दागा । दो गोल गंवाने के बाद भारतीयों ने दूसरे हाफ में हिम्मत नहीं हारते हुए लगातार हमले बोले । भारत को पहला पेनल्टी कार्नर तीसरे क्वार्टर में मिला जिसे रानी ने गोल में बदला ।
इसके बाद भारत को दो पेनल्टी कार्नर और मिले जिसमें से दूसरे पर लिलिमा ने रिबाउंड पर गोल किया ।
तीसरे क्वार्टर के आखिरी मिनटों में गोलकीपर सविता ने यूरी नगाइ का एक शर्तिया गोल बचाकर भारत को मैच में बनाये रखा ।
आखिरी क्वार्टर में भारतीयों ने फिर हमले बोले लेकिन गोल में नहीं बदल सके । वंदना कटारिया के पास विजयी गोल दागने का मौका था लेकिन गोल के सामने से जापानी गोलकीपर साकियो असानो ने उसका शाट कामयाब नहीं होने दिया ।