दूसरे सत्र के तीस ओवरों में 73 रन बने। पुजारा लंच के बाद विकेट गंवा बैठे जिन्होंने 108 गेंद में 41 रन बनाये। उनके आउट होने के बाद कोहली का साथ देने के लिये रहाणे उतरे। लंच के बाद के सत्र में कीवी स्पिनरों जीतन पटेल और मिशेल सेंटनेर ने समझदारी से गेंदबाजी की। पुजारा और कोहली ने संयम के साथ उनकी गेंदों का सामना किया। सेंटनर ने अर्धशतक की ओर बढ़ रहे पुजारा को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। इस टेस्ट के लिए दोनों टीमों में बदलाव किए गए। भारत ने चोटिल शिखर धवन और भुवनेश्वर कुमार की जगह गंभीर और उमेश यादव को उतारा। वहीं न्यूजीलैंड टीम में हेनरी निकोल्स की जगह विलियमसन फिट होकर लौटे हैं जबकि जिम्मी नीशाम ने नील वेगनेर की जगह ली।
यह सीरीज का आखिरी मैच है। भारत ने श्रृंखला में 2-0 की विजयी बढत ले ली है। मैच से पहले कोहली ने कहा था कि ‘‘ मैने सबसे बड़ा सबक यह सीखा है कि उन सत्रों में हालात पर कैसे काबू पाना है जो अपनी टीम के अनुकूल नहीं जा रहे हैं । इनमें कैसे रन रोकना है और विरोधी टीम पर दबाव बनाना है । यह काफी अहम है और मैने इसका अनुभव किया है।’