दैनिक भास्कर अखबार से खास और एक्सक्लूसिव बातचीत में कैप्टन कूल महेन्द्र सिंह धोनी ने अपने दिल की बात बताई और ये खुलासा भी कर दिया कि आखिर उन्होंने वन-डे और टी-20 मैचों से कप्तानी क्यों छोड़ दी। महेंद्र सिंह धोनी ने वन-डे और टी20 की कप्तानी जरूर छोड़ दी लेकिन वे दोनों फॉर्मेट में फिलहाल खेलते रहेंगे। इंग्लैंड के खिलाफ इसी महीने होने वाली वन-डे और टी20 सीरीज में अवेलेबल रहेंगे, लेकिन कप्तानी नहीं करेंगे। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के लिए टीम सिलेक्शन 6 जनवरी को होना है। बता दें कि वन-डे में धोनी ने सबसे ज्यादा 110 मैचों में टीम को जीत दिलाई है। टी20 में टीम इंडिया धोनी की कप्तानी में 41 मैचों में जीती है।
9 साल से टीम इंडिया के कप्तान रहे महेन्द्र सिंह धोनी ने बातचीत में बताया –
‘मैने दक्षिण अफ्रीका टूर में ही कह दिया था कि तीनों फार्मेट के एक ही कप्तान होना चाहिए। अगले टी-20 और वन-डे वर्ल्ड कप में एक ही कप्तान हो, इसलिए अभी अलग हो गया। ताकि बोर्ड जल्द से जल्द नया कप्तान बना दे। अगर मैं अभी नहीं हटता तो मामला लटका रहता।’
इसके बाद एक खिलाड़ी ने पूछा कि क्या इतना जल्दी हटना सही था ? तो धोनी बोले –
‘जिंदगी में बहुत सारे मोड़ आते रहते हैं पर मैनें हर फैसला ठंडे दिमाग से किया। जो किया वह सौ फीसदी सही है। अब तुम लोग आगे जाओ’
टीवी में आई खबर के बाद जब एक खिलाड़ी ने धोनी से पूछा तो वो बोले –
‘हां राजा मैने कप्तानी छोड़ दी है, पर मैं क्रिकेट खेलता रहूंगा’
सूत्रों ने बताया कि इतना बड़ा फैसला लेने के बाद भी धोनी के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी, पार्टी में उन्होंने खूब मस्ती की, गाना गाया और सेल्फी भी लेते रहे
आपको बता दे कि बुधवार को गुजरात से रणजी के सेमीफाइनल मैच में हारने के बाद धोनी ने अपने रूम में गेट-टू-गेदर पार्टी का इंतजाम दिया था। रात के साढ़े आठ बजे सभी खिलाड़ी उनके रूम में पहुंचे। इसी दौरान टीम के कप्तान सौरव तिवारी ने उनसे पूछा भैया कप्तानी क्यों छोड़ दी ? इस सवाल के जवाब में धोनी ने अपने दिल की पूरी बात बता दी।
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