भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी राहुल द्रविड़ ने बेंगलुरु विश्वविद्यालय की मानद डॉक्टरेट की उपाधि स्वीकार करने से इनकार कर दिया। एएनआई की खबर के मुताबिक राहुल ने मानद उपाधि लेने से इनकार करते हुए कहा कि खेल के क्षेत्र में रिसर्च करके खुद हासिल करूंगा।
गौरतलब है कि राहुल द्रविड़ बेंगलुरु में ही पले बढ़े हैं और यहीं से शिक्षा हासिल की है। राहुल द्रविड़ ने 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था। फिलहाल वह इंडिया ‘ए’ और अंडर-19 टीम के कोच के रूप में युवा क्रिकेटरों की प्रतिभा को निखार रहे हैं। बेंगलुरु यूनिवर्सिटी ने 27 जनवरी को अपने 52वें दीक्षांत समारोह में द्रविड़ को मानद डॉक्टरेट डिग्री देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार करने से मना कर दिया।
विश्वविद्यालय के कुलपति बी थिमे गौड़ा ने एक बयान में कहा, “राहुल द्रविड़ ने मानद उपाधि के लिए उन्हें चुने जाने पर बेंगलुरु विश्वविद्यालय का शुक्रिया अदा करने के साथ यह संदेश दिया है कि वह मानद उपाधि लेने के बजाय खेल के क्षेत्र में रिसर्च करके डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करेंगे।”
आपको बता दें इससे पहले भी राहुल ने 2014 में गुलबर्गा विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षांत समारोह में भी भाग नहीं लिया था। उस वक़्त भी उन्हें मानद डॉक्टरेट कि उपाधि के लिए 12 लोगों में चुना गया था।