सौरव गांगुली ने कोहली-कुंबले विवाद पर दिया चौंकाने वाला बयान

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सौरव गांगुली
File Photo

भारतीय क्रिकेट के दादा कहे जाने वाले सौरव गांगुली ने अपने बयान से सबको सकते में डाल दिया है। दरअसल गांगुली के बयान ने सबको इसलिए सकते में डाल दिया है क्योंकि माना जा रहा था कि क्रिकेट सलाहकार समिति जिसमें गांगुली के अलावा सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण भी शामिल हैं, उसने विराट कोहली और अनिल कुंबले से बात करके विवाद को सुलझाने की कोशिश की थी। हालांकि अब गांगुली के बयान से ऐसा लगता है कि इस विवाद का हल निकालने में उनकी भूमिका नहीं रही है।

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने मंगलवार को कहा कि पूर्व कोच अनिल कुंबले और कप्तान विराट कोहली के बीच मतभदों को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) सही तरीके से सुलझाने में नाकाम रहा। उन्होंने यह भी कहा कि जिसे यह जिम्मेदारी दी गई थी, उसने अपना काम सही ढंग से नहीं किया।’

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क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्य गांगुली ने कहा, ‘अनिल कुंबले और विराट कोहली के बीच के विवाद को और बेहतर तरीके से सुलझाया जा सकता था। जिस पर भी यह जिम्मेदारी थी उसे दोनों के बीच और बेहतर तरीके से विवाद को सुलझाना चाहिए था।’

वास्तव में क्रिकेट सलाहकार समिति ने ही वीटो का इस्तेमाल करते हुए कोच अनिल कुंबले की नियुक्ति की थी। उस समय भी विराट कोहली कुंबले के पक्ष में नहीं थे। उस समय सौरव गांगुली और रवि शास्त्री में काफी कहासुनी हुई थी। शास्त्री ने मीडिया में गांगुली पर कई टिप्पणियां की थीं। फिर गांगुली ने भी जवाब दिया था।

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अनिल कुंबले के इस्तीफे के बाद अब एक बार फिर रवि शास्त्री ने कोच पद के लिए आवेदन किया है। अब देखने वाली बात होगी कि सौरव गांगुली किसी दबाव में आते हैं या नहीं।

जब सौरव गांगुली से शास्त्री के नामांकन की खबर के बारे में पूछा गया , तो गांगुली ने कहा, ‘हर किसी को दावेदारी पेश करने का अधिकार है। हम देखेंगे। मैं भी आवेदन कर सकता था, अगर मैं प्रशासक नहीं होता।’

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गौरतलब है कि पिछली बार शास्त्री कोच पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे थे, लेकिन सचिन, गांगुली और लक्ष्मण ने अनिल कुंबले को चुन लिया था। बल्कि यूं कहें कि उन्होंने ही कुंबले से इसके लिए आवेदन करने को कहा था और बाद में कुंबले को ही कोच चुन लिया था। अब देखना होगा कि शास्त्री और गांगुली की टसल एक बार फिर दिखती है या कप्तान विराट की मांग के आगे क्रिकेट सलाहकार समिति घुटने टेक देगी।