जड्डू बने बेस्ट
रवींद्र जाडेजा (48/7) के करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के बल पर भारत ने पहली पारी के आधार पर 282 रनों से पीछे चल रही इंग्लैंड की दूसरी पारी 207 रनों पर समेट दी। जडेजा ने सीरीज में पहली बार पांच या उससे अधिक विकेट लेने का कारनामा किया। उन्होंने पहली पारी में भी 3 विकेट लिए थे। लेकिन दूसरी पारी में जाडेजा इंग्लैंड के लिए काल बन कर आए और तीसरे सत्र में अली का विकेट लेकर भारत को जीत के करीब ले गए। उन्होंने इंग्लैंड की दूसरी पारी को बिखरने में अहम भूमिका निभाई, जिसमें उन्होंने 7 इंग्लिश बैट्समैन को पविलियन भेज दिया। इसके अलावा जड्डू ने बैटिंग करते हुए 51 रन का योगदान भी दिया। जड्डू का योगदान यहीं नहीं रुका। उन्होंने इस मैच में लंबी दूरी तक पीछे दौड़कर एक कैच भी पकड़ा। इस कैच को देखकर कपिल देव के उस कैच की याद आ गई, जब उन्होंने 1983 के विश्व कप फाइनल में विव रिचर्ड का कैट पकड़ा था।
और विराट बने कोहली
इस सीरीज में दो शतक और दो अर्धशतक लगाने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली को प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब मिला। इस सीरीज में विराट ने अपने टेस्ट करियर का बेस्ट स्कोर 235 भी बनाया। इसके अलावा उन्होंने इस सीरीज में कुल 655 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 60.87 का रहा। इस दौरे से पहले विराट का इंग्लैंड के खिलाफ करीब 20 का औसत था, लेकिन अब विराट ने इसमें जबरदस्त सुधार कर लिया है। इस सीरीज से पहले उनका करियर औसत 44 के करीब था, जिसे बढ़ाकर अब वह 50 तक ले गए हैं।