अचानक आपके मोबाइल पर 3.15 अरब रुपये खाते में जमा होने का मैसेज आ जाए तो पहले आपको विश्वास नहीं होगा। फिर भी यकीन होगा तो भी आप दंग रह जाएंगे। डर भी लगेगा कि इतनी बड़ी धनराशि भेजकर कहीं कोई फंसा तो नहीं रहा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के गेवरा कॉलोनी निवासी एसईसीएल की महिला कर्मचारी के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। डाकघर से आए एक मैसेज ने कर्मचारी के होश उड़ा दिए। इस मैसेज ने कर्मचारी एटी लकड़ा को रातोंरात अरबपति बना दिया। पहले तो महिला को खुशी का ठिकाना नहीं रहा, मगर जब पता चला कि यह डाकघर की गड़बड़ी से हुआ है तो सारी खुशियां काफूर हो गईं।
महिला कर्मचारी का बचत खाता गेवरा के डाकघर में है। दरअसल जब आठ नवंबर को नोटबंदी का फैसला हुआ तो महिला कर्मचारी पुराने नोट बदलवाने डाकघर पहुंची। 11 नवंबर को उसने खाते में साढ़े नौ हजार रुपये जमा किए। पहले से भी करीब पांच सौ रुपये खाते में जमा थे। इस प्रकार कुल पैसा खाते में 10567 रुपये हो गए। जब पैसा अकाउंट में चढ़ गया तो उसके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर जा मैसेज आया उसने होश उड़ा दिए। पूरे तीन अरब 15 करोड़ 92 हजार 32 रुपये बैलेंस बताया। अगले दिन फिर से डाकघर से मैसेज आया तो उसमें उतनी ही धनराशि दिखी जितनी बैंक में महिला ने जमा किए थे। पूछने पर डाकघर प्रशासन ने बताया कि स्टाफ की गलती से महिला बैंककर्मी के एकाउंट में उसके एकाउंट नंबर की संख्या ही धनराशि के तौर पर दर्ज कर दी गई थी।