गुजरात में आनंदीबेन पटेल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का क्रेडिट आम आदमी पार्टी लेने की कोशिश कर रही है। गुजरात के सूरत में AAP ने पोस्टर लगाए हैं, जिन पर लिखा है- आम आदमी के डर से आनंदीबेन घर पर। AAP नेता आशुतोष ने कहा कि ऐसे पोस्टर हम आने वाले दिनों में पूरे गुजरात में लगाएंगे।
आशुतोष ने कहा कि बीजेपी ने गुजरात में आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता के चलते आनंदीबेन पटेल को हटाया। अगर बीजेपी में कोई भगोड़ा है तो वो आनंदीबेन पटेल हैं। AAP ने कहा, ‘आनंदीबेन पटेल को राज्यपाल बनाने की पेशकश क्यों की जा रही है। गुजरात में एक कठपुतली को हटाकर दूसरी कठपुतली को लाया जाएगा। जब तक हालात नहीं बदलते, कठपुतली बदलने का कोई फायदा नहीं है।
आशुतोष ने कहा कि दलितों पर तो अत्याचार हुआ, वो बीजेपी को दिखाई नहीं दे रहा था। इस मामले में कार्रवाई तब हुई, जब केजरीवाल गुजरात आए। उन्होंने कहा, ‘सब कुछ एक सोची-समझी रणनीति के तहत किया जा रहा है। पाटीदारों के खिलाफ केस वापस लिए जा रहे हैं। इसका क्या मतलब है कि गुजरात के अंदर कोई लोकतंत्र नहीं है। जब मर्जी होती है, केस करते हैं। फर्जी केस किसके कहने पर दर्ज किए गए, इसका खुलासा होना चाहिए।