उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 4 जनवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ बजट परामर्श बैठक में मांग रखी थी कि नोटबंदी के कारण राज्यों को होने वाले राजस्व नुकसान की केंद्र भरपाई करे। इसके साथ केंद्रीय करों में साझेदारी की पुरानी मांग भी जेटली के समक्ष रखी गई थी। सिसोदिया ने एसी बस सेवाओं पर लगने वाले 15 फीसद सेवा कर को वापस लेने का सुझाव भी रखा था ताकि दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने में मदद मिले। दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्विट किया, ‘जैसे कोई फूल बेचता हो भूखी गरीब बस्ती में’। कपिल मिश्रा ने एक और ट्विट कर मोदी सरकार के बजट को देश कीजरूरतों से कटा हुआ बताया।
पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार में व्यस्त मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया के लिए समय नहीं निकाल पाए, क्योंकि माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर सक्रिय रहने के बावजूद बजट पर उनकी तरफ से कोई टिपण्णी नहीं आई। हालांकि, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय बजट पर ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी और इसके बाद दिल्ली सरकार की तरफ से औपचारिक प्रतिक्रिया जारी की गई। उन्होंने केवल मनीष सिसोदिया की टिप्पणियों को रीट्वीट किया। हालांकि, वे ट्वीट के जरिए चुनाव आयोग से सुखबीर बादल की गिरफ्तारी की गुहार लगाते जरूर नजर आए।