अन्ना द्रमुख में पार्टी अध्यक्ष का पद नहीं है यहां जनरल सेक्रेटरी के रूप में जयललिता ही सर्वेसर्वा थीं और उनके निधन से यह पद खाली पड़ा है। जानकारों की नजर में शशिकला इसी पद पर आंखे गड़ाए बैठी हैं। वो खुद या अपने सबसे विश्वस्त को ही रिमोर्ट कंट्रोल थमाना चाहती हैं।
शशिकला इस मौके को किसी कीमत से गंवाना नहीं चाहतीं। हालांकि उनमें सत्तासीन होने की थोड़ी हड़बड़ी दिख रही है। जया के अंतिम संस्कार के ठीक अगले ही दिन उनके पति समेत परिवार के कई अन्य सदस्य पोएस गार्डन स्थित आवास में वापस पहुंच गए। तो इसके एक दिन बाद वो राज्य के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात करने में लगी रहीं और शाम तक मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम समेत कई दिग्गज मंत्रियों से भी मिलीं। शुक्रवार को भी कमोबेश वेद निलयम का माहौल कुछ ऐसा ही रहा। जयललिता के बाद सत्ता का वर्तमान केंद्र बन चुकीं शशिकला से एक बार फिर कई मत्रियों समेत मुख्यमंत्री ने मुलाकात की।































































