प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक सनसनीखेज घोटाले का खुलासा हुआ है। इस घोटाले की वजह से वाराणसी में कई मरीजों की जान चली गई। दरअसल बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के सर सुंदरलाल अस्पताल में इसी साल छह और सात जून को ऑपरेशन के बाद कई मरीजों की मौत हो गई थी। अखबारों में आई खबरों में दो दिन में 20 मरीजों की मौत का दावा किया गया था।
हालांकि अस्पताल प्रशासन के मुताबिक तीन मरीजों की मौत हुई थी। जांच में पता चला है कि मरीजों को मेडिकल ऑक्सीजन की जगह नुकसानदायक नाइट्रस ऑक्साइड गैस दे दी गई। रिपोर्ट में ये खुलासा भी हुआ है कि इलाहाबाद की जिस पारेरहाट कंपनी को ऑक्सीजन सप्लाई का ठेका दिया गया था, उसके पास ऑक्सीजन प्रोडक्शन का लाइसेंस ही नहीं है।
मरीजों की हुई मौतों के खिलाफ दाखिल जनहित याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने बीएचयू प्रशासन से भी हलफनामा मांगा है कि किन परिस्थितियों में कम्पनी को लाइसेन्स दिया गया है। जबकि पारेर हाट कम्पनी के पास मेडिकल ऑक्सीजन के उत्पादन और वितरण का लाइसेन्स तक मौजूद नहीं है। मामले की अगली सुनवाई 27 अक्टूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट में होगी।