सिंह ने बताया कि उन्होंने भाजपा में शामिल होने के लिए किसी नेता से बात नहीं की है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वे कांग्रेस की ओर जाएंगे। दरअसल सिंह को नोट के बदले वोट घोटाले में तिहाड़ जेल में समय गुजारना पड़ा था। इस मामले को लेकर अमर सिंह कांग्रेस के आलोचक रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे मन में गांधी परिवार के लिए कोई कड़वाहट नहीं है लेकिन जेल में मैं जिस अत्याचार से गुजरा, वह नहीं भूल सकता। मुझे वहां प्लास्टिक की बाल्टी और मग में पानी पीना पड़ा।
कभी मुलायम सिंह के विश्वसनीय रहे अमर सिंह ने यादव परिवार के विवाद पर कहा कि यह एक तय किया हुआ नाटक था जिसमें हम सभी को एक किरदार दिया गया था। बाद में मुझे यह एहसास हुआ कि हमारा इस्तेमाल हो रहा है। मैंने महसूस किया कि राज्य में विरोधी लहर और कानून-व्यवस्था की स्थिति से बचने के लिए यह चाल चली गई। उन्होंने कहा कि मुलायम को अपने बेटे के हाथों से हारना अच्छा लगता है।
उन्होंने कहा कि यहां तक कि मतदान के दिन पूरा परिवार साथ में मतदान करने गया तो यह नाटक क्यों किया गया। अमर सिंह पर पार्टी नेतृत्व के एक गुट के आरोप लगाया था कि वे मुलायम और अखिलेश के बीच दरार पैदा कर रहे हैं।