असम का तिनसुकिया प्रांत जहां एक मुस्लिम महिला ने आत्महत्या कर ली हैं। कहा जा रहा है कि हिंदू धर्म वाली इस महिला ने एक महीने पहले घर से भागकर मुस्लिम लड़के से शादी कर ली थी। जसिके बाद उसे भी मुस्लिम भर्म अपना लिया।
उसकी मौत के बाद स्थानीय कब्रिस्तान और श्मशान दोनों ने भी महिला के अंतिम संस्कार के लिए जगह देने से इनकार कर दिया। सोमवार (तीन जुलाई) को पुलिस ने मामले में दखल देते हुए महिला के माता-पिता की मदद की और उसका हिन्दू रीति-रिवाज से दाह-संस्कार हुआ। 23 वर्षीय तुलसी दास तिनसुकिया के परबतिया की रहने वाली थीं। तिनसुकिया के पुलिस एसपी मुग्धाज्योति देव महंता के अनुसार शनिवार को जब बिट्टू अली तुलसी दास का शव लेकर कब्रिस्तान गए तो उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया।
पुलिस एसपी के अनुसार कब्रिस्तान में प्रवेश न मिलने पर बिट्टू अली तुलसी दास का शव लेकर श्मशान स्थल गए लेकिन वहां भी उन्हें प्रवेश नहीं मिला क्योंकि दास ने एक मुसलमान से शादी की थी। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक एसपी महंता ने कहा, “खबर के अनुसार कुछ लोगों ने अपनी बीवी का शव हिन्दू श्मशान में ले जाने की कोशिश करने पर अली के साथ मारपीट भी की लेकिन इसकी कोई आधिकारिक शिकायत हमें नहीं मिली है।”
दोनों धर्मों के अंतिम संस्कार स्थल पर जगह मिलने के बाद तुलसी दास का शव रविवार (दो जुलाई) को पुलिस थाने में रहा। सोमवार को एसपी महंता ने शव तुलसी दास के माता-पिता के पास भिजवाया। तुलसी के माता-पिता ने शव को स्वीकार करते हुए उनका दाह-संस्कार कराया। एसपी महंता ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “तिनसुकिया के हिन्दू समुदाय ने भी दाह-संस्कार ने भी इसकी अनुमति दी थी।”